गुरुवार, 13 नवंबर 2008

लघुकथा

चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी


आतंकवादी

एक कस्बे में एक मन्दिर और एक मदरसा पास पास थे। एक दिन मन्दिर और मदरसे के बीच में एक बम विस्फोट हो गया। आरोप प्रत्यारोप लगने लगे। कुछ लोग इसे मुस्लिम आतंकवादियों की हरकत बता रहे थे , कुछ हिन्दू आतंकवादियों का कारनामा करार दे रहे थे। तहकीकात के बाद पता चला - एक कुत्ता कचरे के ढेर से एक बिना फटा बम उठा लाया था ।
कुत्ता न मुसलमान था, न हिंदू था, न इंसान था।